अपने होठों पर सजाना चाहता हूँ - The Indic Lyrics Database

अपने होठों पर सजाना चाहता हूँ

गीतकार - कतील शिफाई | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - Nil | वर्ष - Nil

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अपने होठों पर सजाना चाहता हूँ
आ तुझे मैं गुनगुना चाहता हूँ
कोई आँसू तेरे दामन पर गिराकर
बूँद को मोती बनाना चाहता हूँ
थक गया मैं करते करते याद तुझको
अब तुझे मैं याद आना चाहता हूँ
छा रहा है सारी बस्ती में अँधेरा
रोशनी को घर जलाना चाहता हूँ
आखरी हिचकी तेरे ज़ानों पे आये
मौत भी मैं शायराना चाहता हूँ