दूर से पास नहीं आइये हाथ ना लगाइए: - The Indic Lyrics Database

दूर से पास नहीं आइये हाथ ना लगाइए:

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर, सहगान | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - साकी | वर्ष - 1952

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ल: दूर से दूर से जी दूर से हो दूर से
को: दूर दूर से अजी दूर दूर से अजी दूर दूर से
ल: पास नहीं आइये, हाथ ना लगाइये
कीजिये नज़ारा दूर दूर से
कीजिये इशारा दूर दूर से
कीजिये नज़ारा दूर दूर से
को: पास नहीं आइये, हाथ ना लगाइये
कीजिये नज़ारा दूर दूर से
कीजिये इशारा दूर दूर से
कीजिये नज़ारा दूर दूर सेल: पहला उसूल है प्यार के दरबार का
अरजी में हाल लिखो दिल-ए-बेकरार का
आगे मत जाइये होश में आ जाइये
को: कीजिये नज़ारा दूर दूर से
कीजिये इशारा दूर दूर से
कीजिये नज़ारा दूर दूर सेल: प्यार के मुआमले में जळी ना कीजिये
को: हाँ जळी ना कीजिये
ल: अच्छी तरह सोचिये फिर दिल दीजिये
को: हाँ जळी ना कीजिये
ल: हुस्न दग़ाबाज़ है पहले आज़माइये
को: कीजिये नज़ारा दूर दूर से
कीजिये इशारा दूर दूर से
कीजिये नज़ारा दूर दूर सेल: दिल को लगाना है तो ज़रा देख भाल के
दाँव बड़े तेढ़े हैं हसीनों की चाल के
नज़रों की प्यार को दूर से बुझाइये
को: कीजिये नज़ारा दूर दूर से
कीजिये इशारा दूर दूर से
कीजिये नज़ारा दूर दूर सेपास नहीं आइये, हाथ ना लगाइये
कीजिये नज़ारा दूर दूर से
कीजिये इशारा दूर दूर से
कीजिये नज़ारा दूर दूर से