मुझे तुम जो मिले ये जहां मिल गया - The Indic Lyrics Database

मुझे तुम जो मिले ये जहां मिल गया

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - गीता दत्त, हेमंत कुमार | संगीत - मुकुल रॉय | फ़िल्म - डिटेक्टिव | वर्ष - 1958

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humming
हेमंत: मुझ को तुम जो मिले ये जहान मिल गया
गीता:तुम जो मेरे दिल में हँसे दिल का कमल देखो खिल गयाहेमंत: आ ऽ ये भीगती हुई फ़िज़ा, बरस रही है चाँदनी
गीता:तारों ने मिल के छेड़ दी मधुर मिलन की रागिनी
हेमंत: लेके क़रार आया है प्यार, क्या है अगर मेरा दिल गया
दोनों:मुझ को तुम जो मिले ये जहान मिल गयागीता:आ ऽ देखते चल रहे हैं हम है प्यार का ये रास्ता
हेमंत: चाँद और सितारों का, बहार का ये रास्ता
गीता:लेके क़रार आया है प्यार, क्या है अगर मेरा दिल गया
दोनों:मुझ को तुम जो मिले ये जहान मिल गयाहेमंत: आ ऽ मेरे सुहाने ख़्वाब, कि तुम मेरे सामने रहो
गीता:ऐसी हसीन रात है दिल ये कहे सहर न हो
हेमंत: लेके क़रार आया है प्यार, क्या है अगर मेरा दिल गया
दोनों:मुझ को तुम जो मिले ये जहान मिल गया
तुम जो मेरे दिल में हँसे दिल का कमल देखो खिल गया