तू क्यूँ मुझको पुकारे - The Indic Lyrics Database

तू क्यूँ मुझको पुकारे

गीतकार - हसरत | गायक - लता | संगीत - शंकर-जयकिशन | फ़िल्म - मयूर पंखु | वर्ष - 1953

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तू क्यूँ
तू क्यूँ मुझको पुकारे
( तड़प-तड़प कर दिल का तारा
टूट रहा हाय टूट रहा )
तू क्यूँ मुझको पुकारे
तू क्यूँ
आँखों ने देखा कैसा तमाशा मौत बने दिन-रात
जीवन के साथी इतना बता दे है कौन तेरे साथ
तू क्यूँ मुझको पुकारे
( तड़प-तड़प कर दिल का तारा
टूट रहा हाय टूट रहा )
तू क्यूँ मुझको पुकारे
तू क्यूँ
ओ मेरी क़िस्मत रहने भी दे तू लूट न अब सिंगार
बीते ज़माने आ लौट आ तू रोने लगा मेरा प्यार
तू क्यूँ मुझको पुकारे
( तड़प-तड़प कर दिल का तारा
टूट रहा हाय टूट रहा )
तू क्यूँ मुझको पुकारे
तू क्यूँ$