तू चाँद नगर कि शहज़ादी - The Indic Lyrics Database

तू चाँद नगर कि शहज़ादी

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - दुनिया: | वर्ष - 1984

View in Roman

हो हो
हो हो
ल ल ल ल ला ला ला
( तू चाँद नगर की शहज़ादी
मैं इस धरती का बंजारा ) -२
तू महलों में रहने वाली
मैं गलियों-गलियों आवारातू चाँद नगर की शहज़ादी
मैं इस धरती का बंजारा
तू महलों में रहने वाली
मैं गलियों-गलियों आवारामैं इक हवा का झोंका तू फूल है
इतना तुझको चाहूँ फ़ुज़ूल है
मैं आज यहाँ और कल हूँ वहाँ
तुझे अपना गुलशन ही प्यारा
तू महलों में रहने वाली
मैं गलियों-गलियों आवारातेरा मेरा दो पल का साथ है
सच है ये सब किस्मत की बात है
हर दिल में यहाँ तू है मेहमाँ
मैं बेघर बेदर बेचारा
तू महलों में रहने वाली
मैं गलियों-गलियों आवारालब ना हिले तो आँखों से काम ले
जाने वाली मेरा सलाम ले
मेरे पिछले जनम के भले थे करम
तो मिल जाऊँगा दोबारा
तू महलों में रहने वाली
मैं गलियों-गलियों आवारातू चाँद नगर की शहज़ादी
मैं इस धरती का बंजारा
तू महलों में रहने वाली
मैं गलियों-गलियों आवारा