अगर किसी से मोहब्बत ना की समाज लो नज़र से इशारा किसी का - The Indic Lyrics Database

अगर किसी से मोहब्बत ना की समाज लो नज़र से इशारा किसी का

गीतकार - सरशर सैलानी | गायक - जोहराबाई अंबलेवाली | संगीत - हंसराज बहल | फ़िल्म - कश्मीर | वर्ष - 1951

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अगर किसी से मोहब्बत न की
तो कुछ ना किया
मरे बग़ैर किसी पर
कोई जिया न जिया( समझ लो नज़र से
समझ लो नज़र से
इशारा किसी का
के दिल चाहता है
सहारा किसी का ) -२
समझ लो नज़र सेनज़र में समाती नहीं कोई सूरत
निगाहों को भाती नहीं कोईइ मूरत
के देखा है जब से -२
नज़ारा किसी काके दिल चाहता है
सहारा किसी का
समझ लो नज़र से -२मुहब्बत के बदले में ईमान ले लो
अगर जान काम आ सके जान ले लो
मगर दिल ना तोड़ो -२
ख़ुदारा किसी काके दिल चाहता है
सहारा किसी का
समझ लो नज़र से -२ना रंग-ए-मोहब्बत न बू-ए-वफ़ा है
ग़्हज़ब है के ऐसों से पाला आ पड़ा है
समझते नहीं जो -२
इशारा किसी काके दिल चाहता है
सहारा किसी का
समझ लो नज़र से -२