गीतकार - रवींद्र जैन | गायक - मन्ना डे | संगीत - रवींद्र जैन | फ़िल्म - सौदागर | वर्ष - 1973
View in Romanदूर है किनारा, गहरी नदी की धारा
टूटी तेरी नैया माँझी खेते जाओ रे
ये नैया खेते जाओ रे
आँधी कभी, तूफां कभी, कभी मझधार
जीत है उसीकी जिसने मानी नहीं हार
डूबते हुए को बहोत है तिनके का सहारा
मन जहाँ मान ले माझी वहीं है किनारा