तेरी महफ़िल में दिल थामे - The Indic Lyrics Database

तेरी महफ़िल में दिल थामे

गीतकार - उमर अंसारी | गायक - रफी | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - शीशा | वर्ष - 1952

View in Roman

तेरी महफ़िल में दिल थामे तेरा दीवाना आता है
ठहर ( ओ शमा जलने के लिए ) परवाना आता है
तेरी महफ़िल में दिल
बहकता लड़खड़ाता झूमता तेरी मोहब्बत में
तेरी मोहब्बत में
क़फ़न बाँधे हुए चल के तेरा मस्ताना आता है
तेरी महफ़िल में दिल
ख़बर ले अपने दिल की दिल हमारा तोड़ने वाले
दिल तोड़ने वाले
के शीशे को हमें पत्थर से भी टकराना आता है
तेरी महफ़िल में दिल$