जलाने के सिवा और क्या है यहाँ - The Indic Lyrics Database

जलाने के सिवा और क्या है यहाँ

गीतकार - जी एस नेपाली | गायक - सुरैया | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - गजरे | वर्ष - 1948

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जलने के सिवा और क्या है यहाँ
चाहे दिल हो किसी का या हो दिया
या हो दिया
जलने के सिवा और क्या है यहाँहर रात दिया जल-जल के बुझे -२
दिल रोज़ पुकारे पिया-पिया
पिया-पिया
जलने के सिवा और क्या है यहाँबचपन से तुम्हीं से प्रीत लगी
अब अलग जवानी बीत रही
जब पास थे तुमको प्यार किया -२
अब दूर हुये तो तरसे जिया -२
जलने के सिवा और क्या है यहाँहै रैन घिरी पर चैन नहीं -२
ये मन है कहीं और नैन कहीं -२
जबसे तुम बिछड़ गये हमने -२
फागुन में मचलना छोड़ दिया
जलने के सिवा और क्या है यहाँ