आँखों में रहो, बाहों में रहो - The Indic Lyrics Database

आँखों में रहो, बाहों में रहो

गीतकार - Nil | गायक - सौम्या रावो | संगीत - Nil | फ़िल्म - कंपनी | वर्ष - 2002

View in Roman

आँखों में रहो, बाहों में रहो
होठों पे रहो या दिल में रहो
ये सारे घर हैं तुम्हारे
जहाँ भी दिल चाहे रहो
सांसों में रहो, धड़कन में रहो
पलकों में रहो, ज़ुल्फ़ों में रहो
ये सारे घर हैं तुम्हारे
जहाँ भी दिल चाहे रहो
पास हमारे आना हो तो
बिना बुलाये आ जाना
कोई निशानी दे जाना
थोड़ी सी खुश्बू ले जाना
यादों में रहो, ख़्वाबों में रहो
रातों में रहो या दिन में रहो
ये सारे घर हैं तुम्हारे
जहाँ भी दिल चाहे रहो
आज न जाने ये क्या हुआ है
कोई जरा के समझाए
इतना सुरूर छाया है
जी करता है मर जाए
वादों में रहो, कसमों में रहो
आँचल में रहो, काजल में रहो