दो क़दम तुम न चले - The Indic Lyrics Database

दो क़दम तुम न चले

गीतकार - Nil | गायक - मुकेश | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - एक हसीना दो दीवाने | वर्ष - 1972

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दो क़दम तुम न चले, दो कदम हम न चले
आरज़ूओं के दीए बुझ गए जलते-जलते
हम तो आँखों बसा लेंगे तुम्हारे ग़म को
तुम कभी भूल के भी याद न करना हमको
अपनी मज़िल तुम्हें मिल जाएगी चलते-चलते
वक़्त ने ज़हर भरा प्यार के पैमानों में
खो गए ख़्वाब सुलगते हुए वीरानों में
जान से जायेंगे हम दर्द के ढलते-ढलते