एक कली नाज़ों की पली - The Indic Lyrics Database

एक कली नाज़ों की पली

गीतकार - वाली साहब | गायक - शमशाद | संगीत - ग़ुलाम हैदर | फ़िल्म - NA | वर्ष -

View in Roman

ग़रीबों पर जो होती हैं जफ़ाएं कौन सुनता है

ग़रीबों पर जो होती हैं जफ़ाएं कौन सुनता है

ज़माने में दुखे दिल की सदाएं कौन सुनता है

ग़म का फ़साना किसको सुनाएं

टूटा हुआ दिल कैसे दिखाएं

तेरा भला हो तड़पाने वाले

दिल दे रहा है तुझको दुआएं

ग़म का फ़साना

हँसती है क़िसमत कहती है दुनिया

आपस में दो दिल मिलने ना पाएं

ग़म का फ़साना

तुझको क़सम है ऐसे मे आ जा

फिर ये ज़माने शायद ना आएं

ग़म का फ़साना