ये दिल है तुम्हें पुकारे - The Indic Lyrics Database

ये दिल है तुम्हें पुकारे

गीतकार - पंडित माधुरी | गायक - कानन देवी, धीरेंद्र चंद्र मित्रा | संगीत - धीरेन मित्तर | फ़िल्म - बन फूल | वर्ष - 1945

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ये दिल है तुम्हें पुकारे

ये दिल है तुम्हें पुकारे

जिस दिन तुमसे मिलना होगा

चमकेंगे अंधियारे4

आँधी और तूफ़ान में

शायद हम तुम होंगे पार

का : फूलों की सुन्दर दुनिया में

हम तुम करें निहार

हम तुम करें निहार

तुमको रोज़ बुलाने जाते

तुमको रोज़

तुमको रोज़ बुलाने जाते

आशाओं के तारे4

दो : ये दिल है तुम्हें पुकारे

यहाँ नहीं तो वहाँ मिलेंगे

मिलना हमें ज़रूर

का : लहर किनारे को चूमेगी

पास में हो या दूर

पास में हो या दूर

जीत हमारी आख़िर होगी

चाहे दुनिया हारे

दो : ये दिल है तुम्हें पुकारे