हम ऐसी क़िस्मत को एक दिन हंसाय - The Indic Lyrics Database

हम ऐसी क़िस्मत को एक दिन हंसाय

गीतकार - प्रदीप | गायक - अमीरबाई, अरुण कुमार | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - किस्मत | वर्ष - 1943

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अमी : हम ऐसी क़िसमत को क्या करें हाय हाय
के जो एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये
एक दिन हँसाये एक दिन रुलायेक़िसमत हमारी हमीं को सताये हाय
के जो एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये
एक दिन हँसाये एक दिन रुलायेअरु : दुनिया में पहले-पहले जब वो आयी
क़िसमत जो आयी
तो फूलों के संग-संग काँटे भी लायी
हम सब के आंगन में ऐसे बिछाये हाय
के जो एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये
एक दिन हँसाये एक दिन रुलायेअमी : रोने का दिन है मैं गाती हूँ गाना
दुख भूलने का है ये एक बहाना
कहती हूँ मैं दिल के टुकड़ों से हाय
बैठे रहो अपना दुखड़ा छुपाये -२
दुनिया की रीत भी कैसी है हाय
के जो एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये
एक दिन हँसाये एक दिन रुलायेअरु : आ
जो कुछ भी आता है आने दे बन्दे -२
जो कुछ भी जाता है जाने दे बन्दे
जो कुछ भी आता है आने दे बन्दे
दुनिया में सुख-दुख के दो दिन हैं हाय
के जो एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये
एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये
एक दिन
दो : हँसाये एक दिन रुलाये