अल्लाह जाने क्या होगा आगे - The Indic Lyrics Database

अल्लाह जाने क्या होगा आगे

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - लता मंगेशकर - मुकेश | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - हरियाली और रास्ता | वर्ष - 1962

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इब्तिदा-ए-इश्क़ में हम सारी रात जागे
अल्लाह जाने क्या होगा आगे
ओ मौला जाने क्या होगा आगे
दिल में तेरी उल्फ़त के बंधने लगे धागे
अल्लाह जाने क्या होगा आगे
ओ मौला जाने क्या होगा आगे
क्या कहूँ कुछ कहा नहीं जाए
बिन कहे भी रहा नहीं जाए
रात भर करवट मैं बदलूँ
दर्द दिल का सहा नहीं जाए
नींद मेरी आँखों से दूर दूर भागे
अल्लाह जाने क्या होगा आगे
ओ मौला जाने क्या होगा आगे
दिल में जागी प्रीत की ज्वाला
जबसे मैने होश संभाला
में हूँ तेरे प्यार की सीमा
तू मेरा राही मतवाला
मेरे मन की बीना में तेरे राग जागे
अल्लाह जाने क्या होगा आगे
ओ मौला जाने क्या होगा आगे
तू ने जब जब आँख मिलाई
दिल से एक आवाज़ ये आई
चल के अब तारों में रहेंगे
प्यार के हम दो सौदाई
मुझको तेरी सूरत भी चांदरात लागे
अल्लाह जाने क्या होगा आगे
ओ मौला जाने क्या होगा आगे