दिल चाहता है कभी ना बीते चमकीले दिन - The Indic Lyrics Database

दिल चाहता है कभी ना बीते चमकीले दिन

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - सहगान, शंकर महादेवन | संगीत - शंकर एहसान लॉय | फ़िल्म - दिल चाहता है | वर्ष - 2001

View in Roman

दिल चाहता है दिल चाहता है
चाहता है कभी ना बीतें चमकीले दिन
दिल चाहता है हम ना रहें कभी यारों के बिन
दिन दिन भर हों प्यारी बातें
झूमें शामें गायें रातें
मस्ती में रहे डूबा डूबा हमेशा समाँ
हम को राहों में यूँ ही मिलती रहें खुशियाँ
दिल चाहता है कभी ना बीतें चमकीले दिन
दिल चाहता है ओ हम ना रहें कभी यारों के बिनजगमगाते हैं झिलमिलाते हैं अपने रास्ते
ये खुशी रहे रोशनी रहे अपने वास्ते
ओ ओ ओ ओ
जहाँ रुकें हम जहाँ भी जाएं
जो हम चाहें वो हम पाएं
मस्ती में रहे डूबा ...कैसा अजब ये सफ़र है सोचो तो हर इक ही बेखबर है
उस को जाना किधर है जो वक़्त आए जाने क्या दिखाए
ओ ओ ओ ओ
दिल चाहता है दिल चाहता है
दिन दिन भर हों ...ओ ओ दिल चाहता है दिल चाहता हैदिल चाहता है कभी ना बीतें चमकीले दिन
दिल चाहता है हम ना रहें कभी यारों के बिन
दिन दिन भर हों प्यारी बातें
झूमें शामें गायें रातें
मस्ती में रहे डूबा डूबा हमेशा समाँ
हमको राहों में यूँ ही मिलती रहें खुशियां
दिल चाहता है कभी ना बीतें चमकीले दिन
दिल चाहता है ओ हम ना रहें कभी यारों के बिनजगमगाते हैं झिलमिलाते हैं अपने रास्ते
ये खुशी रहे रोशनी रहे अपने वास्ते
ओ ओ ओ ओ
रंग बिरंगे मौसम आएँ नए नए वो सपने लाएँ
महकी रहें ख्वाबों की हसीं वादियाँ
खिलते रहें यूँ ही प्यार के ये गुलसिताँ
दिल चाहता है कभी ना बीतें चमकीले दिनफिर से मिलें जो हम दीवाने तो ये समझें ये जानें
हम भी रहें यार हमारे जहाँ
आए नहीं कभी हम में कोई दूरियाँ
दिल चाहता है कभी ना बीतें ...