तू तु तु घर आजा बलमवा रे परदेसिया - The Indic Lyrics Database

तू तु तु घर आजा बलमवा रे परदेसिया

गीतकार - नखशाबी | गायक - गीता रॉय | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - निशाना | वर्ष - 1950

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( तू तू तू
तू तू तू घर आजा
घर आजा बलमवा रे परदे ए ए ए ए सिया ) -२कोयल कूके लहराये बन
इस कूक ने फूँक दिया तन-मन
फिर दिल में ऊठी हूक सजन
फिर दिल पे लागी ठेस पिया
इस दिल को
इस दिल को समझा जा
समझा जा बलमवा रे परदे ए ए ए ए सियातू तू तू
तू तू तू घर आजा
घर आजा बलमवा रे परदे ए ए ए सियामुझ बिरहन का दिल तोड़ के
इन नैनन से मुख मोड़ के
मेरा आंगन सूना छोड़ के
तुम जाय बसे किस देस पिया
अब मुखड़ा
अब मुखड़ा दिखला जा
दिखला जा बलमवा रे परदे ए ए ए ए सियातू तू तू
तू तू तू घर आजा
घर आजा बलमवा रे परदे ए ए ए सियाकब तक सखियों के बोल सहूँ
घुट-घुट के जियूँ जल-जल के मरूँ
अब दिल में यही है चल निकलूँ
मैं लेकर जोगन भेस पिया
कित जाऊँ
कित जाऊँ बलता जा
बलता जा बलमवा रे परदे ए ए ए सियातू तू तू
तू तू तू घर आजा
घर आजा बलमवा रे परदे ए ए ए ए सिया