तुम नहिं आते हो नहिं आओ - The Indic Lyrics Database

तुम नहिं आते हो नहिं आओ

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - निर्मला देवी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - शारदा | वर्ष - 1942

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तुम्हें आह बनके जलाऊँगा, तुम्हें दर्द बनके सताऊँगा

तुम्हें आह बनके जलाऊँगा, तुम्हें दर्द बनके सताऊँगा

मेरे आँसुओं का वो रंग है, जो दिखाऊँगा तो रुलाऊँगा

कहीं ज़िक्र तेरा जो सुन लिया, तो मैं अश्क अब न बहाऊँगा

कहीं अश्क आँखों में आ गए, तो ज़ुबाँ पे ज़िक्र न लाऊँगा

यही सजदा है यही बंदगी, यही बंदगी तो है ज़िंदगी

तेरे दर से सर जो उठा लिया, तो जहाँ से हाथ उठाऊँगा

मैं तेरी निगाह से गिर गया, ये मेरी नज़र से उतर गया

मुझे आँसुओं ने डुबो दिया, इन्हें ख़ाक में मैं मिलाऊँगा