तुझे जीवन की डोर से बाँध लिया है - The Indic Lyrics Database

तुझे जीवन की डोर से बाँध लिया है

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - लता - रफी | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - असली नक़्ली | वर्ष - 1962

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तुझे जीवन की डोर से बाँध लिया है
तेरे जुल्म-ओ-सितम सर आँखोंपर
मैने बदले में प्यार के प्यार दिया है
तेरी खुशियाँ और ग़म सर आँखोंपर
अप्सरा कोई आये तो देखूँ नहीं
कोई बहकाये हँसके तो बहकूँ नहीं
तोरे मतवारे नैनों ने जादू किया
तेरी उल्फ़त सनम सर आँखोंपर
मेरे जीवन की अनमिट कहानी है तू
मेरी तक़दीर और ज़िन्दगानी है तू
लिये फिरते हैं सब से छुपाये हुये
तेरी तस्वीर हम सर आँखोंपर
चाँद सूरज भी हैं तेरी परछाईयाँ
तुझ से रोशन हुईं दिल की गहराईयाँ
तेरे चेहरे की झिलमिल से मंज़िल मिली
ऐसी प्यारी पूनम सर आँखोंपर