इधर भी उधर भी कितने दुउर कितने पास - The Indic Lyrics Database

इधर भी उधर भी कितने दुउर कितने पास

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, उदित नारायण | संगीत - संजीव दर्शन | फ़िल्म - कितने दरवाजे कितने पास | वर्ष - 2002

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इधर भी उधर भी यहां भी वहां भी
दोनों तरफ़ लगी ये आग
दोनों तरफ़ लगी ये प्यास
हम तुम हम तुम हम तुम
कितने दूर दूर कितने पास
कितने दूर कितने पास
दूर दूर पास पास
इधर भी उधर भी ...प्यार के रस्ते ऐसे जैसे भूल भुलैयां
कच्चे धागे से तुम हमको बांध लो सैंयां
दिल चाहें इक दूसरे की थाम लें बैयां
हम दोनों खो जाएंगे होता है ऐसा एहसास
हम तुम ...यहाँ वहाँ क्या सात समंदर पार नहीं मिलता
लोगों को रब मिल जाता है यार नहीं मिलता
इस दुनिया में सबको ऐसा प्यार नहीं मिलता
जिनको मिलता है ये प्यार होते हैं वो दिल कुछ खास
हम तुम ...