हरी तुम मेरी राखो लाज हरि - The Indic Lyrics Database

हरी तुम मेरी राखो लाज हरि

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - सुधा मल्होत्रा, पुरुष आवाज | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - देख कबीरा रोया | वर्ष - 1957

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male voice:
आ ओम
आ आ
हरी
हरी तुम मेरी राखो लाज हरी
तुम मेरीमाता जी आप भी खरताल बजाइये नातुम मेरी राखो लाज हरी -२
तुम जानत सब अंतर्यामी
तुम जानत हाँ
तुम जानत हाँ
तुम जानतसु : तुम जानत सब

तुम जानत सब अंतर्यामी
करनी कछु ना करी
प्रभू जी मेरे
करनी कछु ना करी
तुम मेरी राखो लाज हरी -२बेटा तुम भी गाओ नाmale: माता जी आप ही गाते रहियेसु : नहीं नहीं बेटा तुम गाओmale: आ
हरी
हा हा
अवगुन मोसे बिसरत नाहीं
अवगुन मोसे हाँ
अवगुन मोसे हाँ
अवगुनसु : अवगुन मोसे

अवगुन मोसे बिसरत नाहीं
पल छिन खरी-खरी
प्रभु जी मेरे
पल छिन खरी-खरी
तुम मेरी राखो लाज हरी -२बेटा चुप क्यों हो गये गाओ नाmale: हरी -२
राखो लाज हरी -३
राखो
हरी -४
राखो लाज
हरी -२
हाय हरी