तुझे देख कर जग वाले पर - The Indic Lyrics Database

तुझे देख कर जग वाले पर

गीतकार - इन्दीवर | गायक - येसुदास | संगीत - राजकमल | फ़िल्म - सावन को आने दो | वर्ष - 1979

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तुझे देख कर जग वाले पर
यक़ीन नहीं क्यों कर होगा
जिसकी रचना इतनी सुंदर
वो कितना सुंदर होगा
तुझे देखने को मैं क्या हर दर्पण तरसा करता है
ज्यूँ तुलसी के बिरवा को हर आंगन तरसा करता है
अंग अंग तेरा रस की गंगा रूप का वो सागर होगा
राग रंग रस का संगम आधार तू प्रेम कहानी का
मेरे प्यासे मन में यूँ उतरी ज्यूँ रेत में झरना पानी का
अपना रूप दिखाने को तेरे रूप में खुद ईश्वर होगा