ये मेरा शहर ए वफ़ा और मैं अकेला आदमी - The Indic Lyrics Database

ये मेरा शहर ए वफ़ा और मैं अकेला आदमी

गीतकार - कतील शिफाई | गायक - गुलाम अली | संगीत - जय-विजय | फ़िल्म - सौगात (गैर फिल्म) | वर्ष - 1996

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ये मेरा शहर-ए-वफ़ा और मैं अकेला आदमी
मेरे लाखों आशना और मैं अकेला आदमीएक ही सर है झुका सकता हूँ किस किस के लिये
अनगिनत मेरे ख़ुदा और मैं अकेला आदमीघूमता फिरता हूँ शायद मुझसा कोई आ मिले
ग़म के मेले जा-ब-जा और मैं अकेला आदमीमेरा साया मर न जाये रात के इस दश्त में
कितना लम्बा रास्ता और मैं अकेला आदमीमिलके हव्वा से किया आबाद इसे मैंने 'क़तील'
ये जहाँ मेरी अता और मैं अकेला आदमी