दो कदम तुम भी चलो - The Indic Lyrics Database

दो कदम तुम भी चलो

गीतकार - Nil | गायक - लता मंगेशकर - मुकेश | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - एक हसीना दो दीवाने | वर्ष - 1972

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दो कदम तुम भी चलो
दो कदम हम भी चले
मंज़िले प्यार की
मंज़िले फिर प्यार की
आएँगी चलते चलते
कल तक तो अन्जान थी हमसे राहें प्यार की
लेकिन अपनी हो गई अब तो बाँहें प्यार की
अब हमें ये जहां
अब हमें तो ये जहां देखेगा जलते-जलते
मेरी जो भी सोच थी उसका ही तुम रूप हो
मैं हूँ नदिया तुम घटा मैं छाया तुम धूप हो
प्यार ये हो जवाँ
प्यार अब ये हो जवाँ आँखों में पलते-पलते
ऐसी ही एक शाम थी देखा था जब आपको
तुम इस ढलती शाम को रोको तो कुछ बात हो
जान से जाएँगे
जान से हम जाएँगे शाम के ढलते-ढलते