तुझको पुकारे मेरा प्यार - The Indic Lyrics Database

तुझको पुकारे मेरा प्यार

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रवि | फ़िल्म - नीलकमल | वर्ष - 1968

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आ आ जा ...आ जा
तुझ को पुकारे मेरा प्यार
आजा मैं तो मिटा हूँ तेरी चाह में
तुझ को पुकारे मेरा प्यार
आखरी पल है, आखरी आहें तुझे ढूंढ़ रही हैं
डूबती साँसें, बुझती निगाहें तुझे ढूंढ़ रही हैं
सामने आजा एक बार, आजा मैं तो मिटा हूँ तेरी चाह में
दोनो जहां की भेंट चढ़ा दी मैंने चाह में तेरी
अपने बदन की खाक मिला दी मैंने राह में तेरी
अब तो चली आ इस पार, आजा मैं तो मिटा हूँ तेरी चाह में
इतने युगों तक इतने दुखों को कोई सह न सकेगा
तेरी क़सम मुझे तू है किसी की कोई कह न सकेगा
मुझसे है तेरा इकरार, आजा मैं तो मिटा हूँ तेरी चाह में
तेरी नज़र की ओस पडे तो बुझे प्यास मिलन की
तेरे बदन की ओट मिते तो रहे लाज लगन की
मिल जाये चैन क़रार, आजा मैं तो मिटा हूँ तेरी चाह में