गगन झनझना रहा - The Indic Lyrics Database

गगन झनझना रहा

गीतकार - प्रदीप | गायक - लता मंगेशकर, सहगान, हेमंत कुमार | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - नास्तिक | वर्ष - 1954

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हे: गगन झनझना रहा
पवन सनसना रहा
लहर लहर पे आज है तूफ़ान
हो नैयावाले हो सावधानल: हे ब्रह्मा, हे विष्नू,
हे शंकर सर्व शक्तिमान,
रक्षा करो रक्षा करो हे दया निधान
मेरे पत्त राखो भगवानको: आ आ आ आहे: हिम्मत न हार प्रभु को पुकार
वह ही तेरी नैया लगाएगा पार
तनिक भी तिलमिलाना न
ज़रा भी दिल हिलाना न
हज़ार हाथवाला है भगवान
हो नैयावाले हो सावधानल: हे गोविन्दा हे मुकुन्दा
संकट मे आज मेरा प्राण
रक्षा करो रक्षा करो हे दया निधान
मेरे पत्त राखो भगवानको: हे भगवान हे भगवान