टॉकी ए मे में ज़रा टॉकी ए दिल भी गोलेन रफ़ी - The Indic Lyrics Database

टॉकी ए मे में ज़रा टॉकी ए दिल भी गोलेन रफ़ी

गीतकार - कृष्ण अदीबो | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - ताज अहमद खान | फ़िल्म - गैर-फिल्मी | वर्ष - 1960s

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तल्ख़ी-ए-मय में ज़रा
तल्ख़ी-ए-मय में ज़रा तल्ख़ी-ए-दिल भी घोलें
और कुछ देर यहाँ बैठ लें पी लें रो लें
तल्ख़ी-ए-मय में ज़रा(हर तरफ़ एक पुरअसरार सी ख़ामोशी है)-२
अपने साये से कोई बात करें कुछ बोलें
तल्ख़ी-ए-मय में ज़राकोई तो शख़्स हो जी जान से चाहें जिसको
कोई तो जान-ए-तसव्वुर हो के जिसके हो लें
तल्ख़ी-ए-मय में ज़रा(आह ये दिल की कसक हाये ये आँखों की जलन)-२
नींद आ जाये अगर आज तो हम भी सो लें
तल्ख़ी-ए-मय में ज़रा ...