आजा रे परदेसी - The Indic Lyrics Database

आजा रे परदेसी

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सलील चौधरी | फ़िल्म - मधुमती | वर्ष - 1958

View in Roman

मैं तो कब से खड़ी इस पार
ये अँखियाँ थक गयी पंथ निहार
आजा रे, परदेसी
मैं दीये की ऐसी बाती
जल न सकी जो, बुझ भी न पाती
आ मिल मेरे जीवन साथी
तुम संग जनम-जनम के फेरे
भूल गए क्यों साजन मेरे
तड़पत हूँ मैं साँझ-सवेरे
मैं नदिया फिर भी मैं प्यासी
भेद ये गहरा, बात ज़रा सी
बिन तेरे हर साँस उदासी