करति हुं तुम्हारा व्रत मैं - The Indic Lyrics Database

करति हुं तुम्हारा व्रत मैं

गीतकार - प्रदीप | गायक - उषा? | संगीत - सी अर्जुन | फ़िल्म - जय संतोषी मां | वर्ष - 1975

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करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं, स्वीकार करो माँ
मँझधार में मैं अटकी, बेड़ापार करो माँ
बेड़ापार करो माँ
हे माँ सन्तोषी-२मेरे लिये तो बन्द हैं दुनिया की सब राहें -२
कल्याण मेरा हो सकता है माँ आप जो चाहे
चिन्ता की आग से मेरा उद्धार करो माँ
मँझधार में मैं अटकी ...दुर्भाग्य की दीवार को तुम आज हटा दो -२
मातेश्वरी वापस मेरे सौभाग्य को ला दो
इस अभागिनि नारी से कुछ प्यार करो माँ
मँझधार में मैं अटकी ...