ये खुशी की महफिल ना जाने क्यूउन - The Indic Lyrics Database

ये खुशी की महफिल ना जाने क्यूउन

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - कुमार शानू, सहगान, अलका याज्ञनिक | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - हम तो मोहब्बत करेगा | वर्ष - 2000

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न जाने क्यूं न जाने क्यूं
ये खुशी की महफ़िल धड़कता है दिल न जाने क्यूं
इन हज़ारों में सनम तुम्हीं को दिया दिल न जाने क्यूं
तुम्हें चाह के मेरे हसीं कुछ और फिर चाहा नहीं
हाल ये हुआ जाने क्यूं
ये खुशी की महफ़िल ...जी में जो आए करो इतना मगर देख लो
हाथों में है जो हाथ वही अरमां का क़ातिल न हो
हाय अल्ला तेरी नज़र ज़ख्मी है मेरा जिगर
क़ातिल दिल के मेरे कहीं तू ही मेरा दिल न हो
हो तेरा शबाब खिलता रहे जादू तेरा चलता रहे
है दुआ मेरी जाने क्यूं
इन हज़ारों में ...महफ़िल को रोशन करो कुछ और भी रंग भरो
ऐसा बांधो समां कोई होश में ना रहे
डरता हूँ इस प्यार पर कल को हँसें ना ये लोग
दो पल की ये खुशी बन जाए जीवन का रोग
अब तो सनम चाहा तुम्हें अब लोग जो चाहें कहें
दिल दिया तो फिर डरना क्यूं
ये खुशी की महफ़िल ...