फलक से तो के कोई नजराना ले करी - The Indic Lyrics Database

फलक से तो के कोई नजराना ले करी

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - आन मिलो सजना | वर्ष - 1970

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फ़लक़ से तोड़ के सितारे देखो लोग लाए हैं
मगर मैं वो नहीं लाया जो सारे लोग लाए हैंकोई नज़राना ले कर आया हूँ मैं दीवाना तेरे लिए
आज छलका है ख़ुशियों का पैमाना तेरे लिएसभी के दिलों को ये धड़का रहा है
समाँ साज़-ए-दिल पे ग़ज़ल गा रहा है
सारी बातें रुक गई हैं
सबकी आँखें झुक गई हैं
तेरी महफ़िल में आया शायद कोई मस्ताना तेरे लिए
कोई नज़राना ...तुझे दुश्मनों की नज़र लग न जाए
रहें दूर तुझसे सदा ग़म के साए
गुनगुनाए तू हमेशा
मुस्कराए तू हमेशा
गुलशन बन जाए उम्मीदों का हर एक वीराना तेरे लिए
कोई नज़राना ...