सजना ने फुल मारेया मेरी रुह फलक तक रोई - The Indic Lyrics Database

सजना ने फुल मारेया मेरी रुह फलक तक रोई

गीतकार - समीर | गायक - सुखविंदर सिंह, जसपिंदर नरूला, अजय देवगन, महिमा चौधरी | संगीत - संजीव दर्शन | फ़िल्म - दीवाने | वर्ष - 2000

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अरे इतना बताऊं कैसे प्यार हुआ
पहले क़यामत क़यामत उसके बद उसने कहा चुराओ ना दिल
मैने कहा चुराओ न दिल लेकिन उसने मेरा दिल चुरा लिया
तुम लड़्खड़ा रहे हो
सहारा मत देना मुझे टूट जाने दो मिट जाने दो इस गम
मे.म मुझे
मैं तुम्हारा दर्द बाँटना चाहती हूँ
ये दर्द तो वही बाँट सकता है जिसने कभी प्यार किया
हो
और मैने तो कभी प्यार नहीं कियासजना ने फुल मारेया मेरी रूह फ़लक तक रोई
लोगों के पत्थरों की मुझे पीड़ जरा भी न होई
सजना ने फुल मारेया ...बनके प्रेम की जोगन मैं उसमें समा गई ऐसे
सीप में मोती चाँद किरन में फूल में खुश्बू जैसे
रांझा रांझा मुझको कहो हाय
रांझा रांझा मुझको कहो
मुझे हीर कहो ना कोई
सजना ने फुल मारेया ...
सजना सजना सजना र र रा राप्यार किसी को कभी ना रब्बा ऐसे मोड़ पे लाए हाय
भूलना चाहे भी तो दिल उसको भूल न पाए
मुझे जैसा दर्द मिला हाय
मुझे जैसा दर्द मिला
ऐसी चोट न खाए कोई
सजना ने फुल मारेया ...