चार दिनों की जवानी - The Indic Lyrics Database

चार दिनों की जवानी

गीतकार - डाॅ सफदर"आह" | गायक - अख्तरी बाई फैजाबादी | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - रोटी | वर्ष - 1942

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चम्पाकली है उदास भँवरा न आए पास

चम्पाकली है उदास भँवरा न आए पास

रूप है रंग है जीवन भरा है भरी हुई है सुवास

कौन कमी मुझ में रे भँवरे काहे करत निरास

चम्पाकली है उदास

फूलों के गालों में लाली भरी है

चम्पाकली तेरी पीली पड़ी है

पिया मिलन की आस

चम्पाकली है उदास

चम्पाकली है उदास भँवरा न आए पास