ऐसे ना द हम जैसी हमारी की रसवाई लोगों ने - The Indic Lyrics Database

ऐसे ना द हम जैसी हमारी की रसवाई लोगों ने

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - साजन की सहेली | वर्ष - 1980

View in Roman

ऐसे न थे हम जैसी हमारी की रुसवाई लोगों ने
कुछ तुमने बदनाम किया, कुछ आग लगायी लोगों ने
ऐसे न थे ...हो सकत है तुमने जो देखा हो
सनम तुम्हारी नज़रों का धोखा हो
एक ज़रा सी बात पे क्या क्या
बात बनायी लोगों ने
ऐसे न थे ...ठोकर में इस दिल को लिये
तोड़के तुम तो चल भी दिये
तुमको ख़बर क्या शहर में उस दिन
ईद मनायी लोगों ने
ऐसे न थे ...इश्क़ पे आफ़त क्या है न पूछो
ज़ख्म तुम्हारे हाथ का है
दुःख तो हमें इस बात का है
और ये क़यामत साथ तुम्हारे
मिलके उठाई लोगों ने
ऐसे न थे ...