सावन बरसता है तुझसे मिल कर भी यह दिल तरसता है - The Indic Lyrics Database

सावन बरसता है तुझसे मिल कर भी यह दिल तरसता है

गीतकार - अंजान | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - बप्पी लाहिड़ी | फ़िल्म - शानदार | वर्ष - 1990

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सावन आया
सावन बरसता है
तुझसे मिलने को तुझसे मिल कर भी यह दिल तरसता है
सावन बरसता है ...ठहर ठहर जागे मन में लहर कोई थर थर तन कांपे ऐसे
लहर लहर पर बिन मांझी के नैया डोले जैसे
झूम के बादल घिरे टूट के बरसी घटा
चूम के भीगा बदन छेड़े यह ठण्डी हवा
सावन बरसता है ...तरस तरस गए कितने बरस यहां तब हैं ये बादल बरसे
बढ़ती जाए मन की धड़कन देख न प्यासी नज़र से
प्यार की प्यास बढ़े जब भी जवानी में
जी चाहे जल जाऊं बरखा के पानी में
सावन बरसता है ...