मुश्किल है - The Indic Lyrics Database

मुश्किल है

गीतकार - नक्षबी | गायक - लता | संगीत - खेमचंद प्रकाश | फ़िल्म - महल | वर्ष - 1949

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ना जाना ऐ चाँद छूप ना जाना

ना जाना

ऐ चाँद छूप ना जाना

जब तक मैं गीत गाउँ

ये साज़ ज़िन्दगी का जी भर मैं बजाउँ

ऐ चाँद छूप ना जाना

उड़ता हुआ ये पँछी

भूले से इधर आया

अँजान के इस घर को अपना है घर बनाया

ये चुप के नींद सोये

मैं ख्वाब बनके आउँ

ऐ चाँद छूप ना जाना

कैसी अदा थी जिस पे आँखें हुइ दिवानी

ये दिल दिमाग़ दुनिया सब बन गये कहानी

इक रात का ये किस्सा

मैं उम्रभर सुनाउँ

ऐ चाँद छूप ना जाना

ऐ सोनेवाले सोना जब तक जी छाहे सोना

कल दिन की रोशनी में इस रात का ग़म धोना

तैयार हो सफ़र को

तुझको मैं राह दिखाउँ

ऐ चाँद छूप न जाना

जब तक मैं गीत गाउँ

जी भर मैं बजाउँ

ऐ चाँद छूप न जाना