गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - ज़ुबैदा | वर्ष - 2000
View in Romanसो गये हैं खो गये हैं दिल के अफ़सानेकोई तो आता फिर से कभी इन को जगानेसाँस भी लेती हैं जो कठपुतलियाँउनकी भी थामे है कोई डोरियाँआँसुओं में भीगी हैं ख़ामोशियाँदिल पे एक परछाई है लहराई सीआरज़ू मेरी है एक अंगड़ाई सीइक तमन्ना है कहीं शर्माई सीसो गये हैं खो गये हैं दिल के अफ़साने
कोई तो आता फिर से कभी इन को जगानेज़िंदगि है फिर नये इक मोड़ परजायें अब चाहे जहाँ ये रहगुज़रमेरी मंज़िल तो है मेरा हमसफ़र