ये जिंदगी कुछ भी सही पर ये मेरे किस काम की - The Indic Lyrics Database

ये जिंदगी कुछ भी सही पर ये मेरे किस काम की

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - आर डी बर्मन | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - रोमांस | वर्ष - 1983

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ये ज़िंदगी कुछ भी सही पर ये मेरे किस काम की
हो जिसके लिये जीते हैं लोग बस है कमी उस नाम कीजिसको नहीं है अरमान कोई कैसी जवानी है ये
जिसका नहीं है उनवान कोई कैसी कहानी है ये
ना है ख़बर आग़ाज़ की ना है ख़बर अंजाम कीप्यासा रहा मैं मेरी गली में सावन बरसता रहा
मेले में जैसे कोई अकेला ऐसे तरसता रहा
पूछो न ये कैसे भला मैंने सुबह से शाम कीदिल बहलाने को लिखते हैं दिल के क़िस्से फ़सानों में लोग
रखते हैं हीरे मोती सजाके अपनी दूकानों में लोग
बाज़ार में क़ीमत है क्या टूटे हुए एक जाम की