आजकल की नहीं बातें बरसों की हैं - The Indic Lyrics Database

आजकल की नहीं बातें बरसों की हैं

गीतकार - समीर | गायक - कुमार शानू, सोनू निगम | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - गद्दार | वर्ष - 1995

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आजकल की नहीं बातें बरसों की हैं हमने ली थी कसम दोस्ती के लिए
तुम भी करना अगर दोस्ती दोस्तों जीना मरना सदा दोस्ती के लिए
आजकल की नहीं बातें ...यारा तेरी दोस्ती है ज़िंदगी से भी प्यारी
तू है धड़कन तू है जीवन तू है जान हमारी
दिल दुआएं दे रहा है तू सदा मुस्कुराए
ओ खुशियां तेरे पांव चूमें आंच ग़म की न आए
साथ हँसते साथ रोते एक पल भी न दूर होते हैं
आजकल की नहीं बातें ...होश में न दिल दीवाना है समां भी सुहाना
हो मौज मस्ती हम करेंगे क्या करेगा ज़माना
हमने पी है तूने पी है बेखुदी सी है छाई
हँ खूबसूरत एक लड़की सामने मुस्कराई
छोड़ बाहों को पास जाने दे
मार खाएगा होश आने दे
आजकल की नहीं बातें ...तु रु रु तू