ओ मणियापुर के छैला - The Indic Lyrics Database

ओ मणियापुर के छैला

गीतकार - प्रकाश बख्शी | गायक - लता, त्रिलोक कपूर, सहगान | संगीत - रोशन | फ़िल्म - रागरंग | वर्ष - 1952

View in Roman

गोरी गोरी, गोरी छोरी रे
ओऽऽऽऽ ओ मणियापुर के छैला ओऽऽ ओऽऽ
मैं रूप गाँव की छोरी
गोरी गोरी रे
डार नैन में कजरा राजा
बाट मैं देखूँ तोरी
चोरी चोरी रे
ओ मणियापुर के...
रात चाँदनी रुत फागुन की
तुम बिन जिया लागे ना
हाये लागे ना
जब से गये पर्देस पिया मोरे
घर में दिया जले ना
हाय जले ना
ओऽऽऽ जग बैरी न देख सके जी
हमरी तुम्हरी जोड़ी
चाँद चकोरी
मैं रूप गाँव की छोरी...
फ़ासला हुम में दो कोस का
बीच में बहे दरिया
न नैय्या न तैर सकूँ मैं
कैसे आऊँ बता
मिलना हो तो राजाजी मिलने के लाख बहाने
लाख बहाने
नदी पार कर मिलते हैं नित प्रेमी प्रीत दीवाने
प्रीत दीवाने
ओऽऽऽ तेरी आस में जीती हूँ नित रोज़ प्यार कि जोरी
जोरा जोरी
मैं रूप गाँव की छोरी...