ऐसा कभी हुआ नहीं, जो भी हुआ खूब हुआ - The Indic Lyrics Database

ऐसा कभी हुआ नहीं, जो भी हुआ खूब हुआ

गीतकार - गुलशन बावरा | गायक - किशोर कुमार | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - ये वादा रहा | वर्ष - 1982

View in Roman

ऐसा कभी हुआ नहीं, जो भी हुआ खूब हुआ
देखते ही तुझे होश गुम हुए
होश आया तो दिल मेरा दिल न रहा
रेशमी ज़ुल्फ़ें हैं सावन की घटाओं जैसी
पलकें हैं तेरी घने पेड की छांव जैसी
भोलापन और हँसी, आफ़रीं, आफ़रीं
झील सी आँखों में मस्ती के जाम लहराएँ
जब होंठ खुले तेरे सरगम बजे महके फिजाएँ
हर अदा दिलनशीं, आफ़रीं, आफ़रीं
पतली सी गर्दन में एक बल है सुराही जैसा
अंदाज़ मटकने का देखा ना किसी में ऐसा
गुलबदन नाजनीं, आफ़रीं, आफ़रीं