छुम-छुम चली पिया की गली - The Indic Lyrics Database

छुम-छुम चली पिया की गली

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - लता | संगीत - रवि | फ़िल्म - एक साल | वर्ष - 1957

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छुम-छुम चली पिया की गली
मैं सपने नये सजा के )-2
कैसा जादू कर गये साजन
इन नैनन में आ के
छुम-छुम चली पिया की गली
मैं सपने नये सजा के

( धीरे से बोल के, बिना किसी मोल के
ले गया दिल कोई, अंखियों में तौल के )-2
खोई-खोई डोलूँ मैं तो सुध बिसरा के-2
छुम-छुम चली पिया की गली
मैं सपने नये सजा के

( रितु है बहार की, सोलह सिंगार
कानों में मोरे सहनाई बाजे प्यार की )-2
दुनिया से रखूँ कैसे प्रीत छुपा के-2
छुम-छुम चली पिया की गली
मैं सपने नये सजा के
कैसा जादू कर गये साजन
इन नैनन में आ के
छुम-छुम चली पिया की गली
मैं सपने नये सजा के$