मैं ना भूलूंगा, मैं ना भूलूंगी - The Indic Lyrics Database

मैं ना भूलूंगा, मैं ना भूलूंगी

गीतकार - संतोष आनंद | गायक - लता - मुकेश | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - रोटी कपडा और मकान | वर्ष - 1974

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मैं ना भूलूंगा, मैं ना भूलूंगी
मैं ना भूलूंगा, मैं ना भूलूंगी
इन रस्मों को, इन कसमों को, इन रिश्ते नातों को
मैं ना भूलूंगा, मैं ना भूलूंगी
चलो जग को भूले, ख़यालों में झूले
बहारों में डोले, सितारों को छू ले
आ तेरी मैं माँग सँवारू, तू दुल्हन बन जा
माँग से जो दुल्हन का रिश्ता, मैं ना भूलूंगी
समय की धारा में, उमर बह जानी है
जो घड़ी जी लेंगे, वही रह जानी है
मैं बन जाऊँ साँस आखरी, तू जीवन बन जा
जीवन से साँसों का रिश्ता, मैं ना भूलूंगी
बरसता सावन हो, महकता आँगन हो
कभी दिल दूल्हा हो, कभी दिल दुल्हन हो
गगन बन कर झूमें, पवन बन कर घूमे
चलो राहे मोड़े, कभी ना संग छोड़े
कहीं पे छुप जाना है, नज़र नहीं आना है
कहीं पे बस जायेंगे, ये दिन कट जायेंगे
अरे क्या बात चली, वो देखो रात ढली
ये बाते चलती रहें, ये राते ढलती रहें
मैं मन को मंदिर कर डालूँ, तू पूजन बन जा
मंदिर से पूजा का रिश्ता मैं ना भूलूंगी