गीतकार - महबूब | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, सहगान, अदनान सामी | संगीत - इस्माइल दरबार | फ़िल्म - शक्ति द पावर | वर्ष - 2002
View in Romanहम तुम मिले यूँ प्यार में मिटने लगीं तन्हाईयाँ
अब हैं नहीं कुछ फ़ासले बस प्यार ही है दरमियाँ
हम तुम मिले ...किस्मत में ही था तुम से मिलना
प्यार बना प्यारा बहाना
हो मुहब्बत निगाहों में पलने लगी
तुझे ज़िंदगी कह के बुलाने लगी
मेरी प्रिया मेरी प्रिया ओ मेरी प्रिया
हम तुम मिले ...दुनिया रहेगी जब तक ए हमदम
यूँ ही रहेंगे तेरे सदा हम
हो मोहब्बत दुआएँ करने लगी
सातों जनम ये माँगने लगी
तुझे प्रिया मेरी प्रिया ओ मेरी प्रिया ओ
हम तुम मिले ...हम तुम मिले यूँ प्यार में मिटने लगीं तन्हाईयाँ
अब हैं नहीं कुछ फ़ासले बस प्यार ही है दरमियाँ
हम तुम मिले ...किस्मत में ही था तुम से मिलना
प्यार बना प्यारा बहाना
हो मुहब्बत निगाहों में पलने लगी
खुशियों में ही फिर बदलने लगी
उदासियाँ मेरे पिया ओ पिया
हम तुम मिले ...