जाता कहाँ है दीवाने सबकुछ यहाँ है सनम - The Indic Lyrics Database

जाता कहाँ है दीवाने सबकुछ यहाँ है सनम

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - गीता दत्त | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - सी. आय. डी. | वर्ष - 1956

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जाता कहाँ है दीवाने सबकुछ यहाँ है सनम
बाकी के सारे फ़साने झूठे हैं तेरी क़सम
फीफी कुछ तेरे दिल में फीफी
कुछ मेरे दिल में फीफी
ज़माना है बुरा
पहलु बदलने लगे घबरा के चलने लगे
आँखें मिली भी नहीं यूँ ही सँभलने लगे
अजी सुनिए हुज़ूर जाना हमसे ना दूर
देखो दिल है किसी का जलाना बुरा
सय्याद है तू मगर मुझको न यूँ तन के देख
नादाँ ज़रा एक बार क़ैदी मेरा बन के देख
मानो मानो मेरी बात है ये फली मुलाक़ात
देखो पहलु से उठके है जाना बुरा