ये किसान गीत छेड़ा - The Indic Lyrics Database

ये किसान गीत छेड़ा

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - मुकेश, सुमन कल्याणपुर | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - मेरी सूरत तेरी आंखें | वर्ष - 1963

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सुमन:ये किस ने गीत छेड़ा ये किस ने गीत छेड़ा
दिल मेरा नाचे थिरक थिरक किस ने गीत छेड़ा
मुकेश: ये किस की ज़ुल्फ़ बिखरी ये किस की ज़ुल्फ़ बिखरी
जग सारा गया महक महक किस की ज़ुल्फ़ बिखरीमुकेश: चोरी चोरी हौले हौले ठण्डी ठण्डी हवा आये
कलियों के मुख चूमे बगिया को सुलगाये
डाली डाली जाये लचक लचक किस की ज़ुल्फ़ बिखरी
सुमन:ये किस ने गीत छेड़ा ...सुमन:तुम ने ही किया टोना तुमने जादू फेरा
अन्जानी डगरी पे चला देखो मन मेरा
मतवाला गया बहक बहक, किस ने गीत छेड़ा
मुकेश: ये किस की ज़ुल्फ़ बिखरी ...मुकेश: एक बाज़ी मैं ने जीती एक बाज़ी दिल हारा
सुमन:मेरे साजन तेरे कारण मैं ने छोड़ा जग सारा
संग तेरे चली रुनक झुनक किस ने गीत छेड़ामुकेश: ये किस की ज़ुल्फ़ बिखरी जग सारा गया महक महक
सुमन:किस ने गीत छेड़ा दिल मेरा नाचे थिरक थिरक
दोनो: किस ने गीत छेड़ा ये किस ने गीत छेड़ा ये किस ने गीत छेड़ा