उंची निइची मंज़िल तो है बड़ी दुउरी - The Indic Lyrics Database

उंची निइची मंज़िल तो है बड़ी दुउरी

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - सहगान, सी एच आत्मा | संगीत - नीनू मजूमदार | फ़िल्म - भाई साहेब | वर्ष - 1954

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को: ऊँची नीची ऊँची नीची डगर जीवन की
चलना सम्भल के प्यारे सम्भल के चलना
मंज़िल तो है बड़ी दूर
ऊँची नीची ऊँची नीची डगर जीवन की
चलना सम्भल केसी: प्यारे सम्भल के चलना
मंज़िल तो है बड़ी दूर -२
सम्भल के चलना
मंज़िल तो है बड़ी दूरसूने सफ़र में लाखों चोर मिलेंगे तोहे -२
करनी करेंगे ज़रूर
धर्म करम की झोली कहाँ पे गँवाई तूने -२
पूछेंगे तेरे हुज़ूर
सम्भल के चलना
मंज़िल तो है बड़ी दूर
ऊँची नीची ऊँची नीची डगर जीवन की
चलना सम्भल के
को: प्यारे सम्भल के चलना
सी: मंज़िल तो है बड़ी दूरआये हो अकेले जाओगे अकेले -२
शाम ढले उठ जायेंगे ये मेले -२
मंज़िल तो है बड़ी दूर -२
सम्भल के चलना
को: मंज़िल तो है बड़ी दूर -३