कोई दर्द हमारा क्या समझे - The Indic Lyrics Database

कोई दर्द हमारा क्या समझे

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - ठाठ चॉकलेट | फ़िल्म - रंगीले | वर्ष - 1952

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कोई दर्द हमारा क्या समझे
कोई हाल हमारा क्या जाने
इस दिल में क्या क्या अरमाँ थे
वो जान से प्यारा क्या जानेएक आस बंधी थी टूट गई, हाये टूट गई
हाये क़िस्मत हम से रूठ गई, हाये रूठ गई
क्यूँ चमका था, क्यूँ टूट गया
तक़दीर का तारा क्या जाने
कोई दर्द हमारा क्या समझे ...ग़म की सारी रातें होंगी, रातें होंगी
दीवारों से बातें होंगी, बातें होंगी
ऐ दर्द-ए-मुहब्बत क्या होगा
अंजाम हमारा क्या जानेकोई दर्द हमारा क्या समझे
कोई हाल हमारा क्या जाने
इस दिल में क्या क्या अरमाँ थे
वो जान से प्यारा क्या जाने