छोड़ दो आंचल ज़माना क्या कहेगा - The Indic Lyrics Database

छोड़ दो आंचल ज़माना क्या कहेगा

गीतकार - मजरूह | गायक - आशा, किशोर | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - पेइंग अतिथि | वर्ष - 1957

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छोड़ दो आंचल ज़माना क्या कहेगा
छोड़ दो आंचल ज़माना क्या कहेगा
क: (इन अदाओं का ज़माना भी हैं दीवाना
दीवाना क्या कहेगा ) -(2)
आ: छोड़ दो आंचल ज़माना क्या कहेगा

आ: मैं चली
मैं चली अब खूब छेड़ो प्यार के अफ़साने
कुछ मौसम हैं दीवाना कुछ तुम भी हो दीवाने (2)
क: ज़रा सुनना जान-ए-तमन्ना (2)
इतना तो सोचिये मौसम सुहाना क्या कहेगा
आ: छोड़ दो आंचल ...

आ: यूँ न देखो जाग जाए प्यार की अंगड़ाई
ये रस्ता ये तनहाई लो दिल ने ठोकर खाई
क: यही दिन हैं मस्ती के सिन हैं (2)
किसको ये होश है अपना बेगाना क्या कहेगा
आ: छोड़ दो आंचल ...

आ: ये बहारें ये फुवारें ये बरसता सावन
थर थर काँपे हैं तन मन मेरी बय्याँ धर लो साजन
क: अजी आना दिल में समाना (2)
एक दिल एक जान हैं हम तुम ज़माना क्या कहेगा
आ: छोड़ दो आंचल ...$