मुबारक़ हो दूल्हा-दुल्हन को ये शादी - The Indic Lyrics Database

मुबारक़ हो दूल्हा-दुल्हन को ये शादी

गीतकार - शकील | गायक - रफी | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - पाक दामन | वर्ष - 1957

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मुबारक़ हो दूल्हा-दुल्हन को ये शादी
मिले दिल से दिल ज़िन्दगी मुस्करा दी
बँधा सर पे जब चाँद-तारों का सेहरा
कोई जल गया और किसी ने दुआ दी
मिले दिल से दिल
ख़ुदा इस मोहब्बत को आबाद रखे
कि जिसने उम्मीदों की दुनिया बसा दी
मिले दिल से दिल
भरे गोद या-रब खिलें दिल की कलियाँ
मुरादें हों पूरी मिटे नामुरादी
मिले दिल से दिल